हठीले हनुमान मंदिर समिति ने कराया गरीब मुस्लिम कन्या का निकाह
हठीले हनुमान मंदिर समिति ने कराया गरीब मुस्लिम कन्या का निकाह
उत्तर प्रदेश के टूंडला से बासंती खबर आई है. अंग्रेजी हुकूमत के केंद्र रहे इस नगर ने सांप्रदायिक सद्भाव की अनूठी मिसाल पेश की है. यहां के हठीले हनुमान मंदिर समिति के हिंदू पदाधिकारियों ने एक गरीब मुस्लिम युवती का निकाह धूमधाम से संपन्न करवाया. सभी इस्लामिक रिति-रिवाजों के साथ संपन्न हुए इस निकाह में सारा आयोजन और दहेज की व्यवस्था मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने मिलकर की.
यहां के मोहल्ला टूंडली में मुन्ना अली अपने बड़े परिवार के साथ रहते हैं. उनकी 5लड़कियां और दो लड़के हैं. वे राजमिस्त्री का काम करते हैं.
मुन्ना अली महंगाई के इस दौर में राजमिस्त्री के काम से बमुश्किल घर का गुजारा कर पा रहे हैं. अब बच्चे-बच्चियां जवान होने लगी हैं. उनकी शादी कर पाना उनके बूते के बाहर की बात है.
एक दिन मुन्ना अली ने इसका जिक्र हठीले हनुमान मंदिर समिति के अध्यक्ष और पूर्व डीएसपी अशोक सारस्वत से किया. उन्होंने कहा कि उनकी दूसरे नंबर की पुत्री फरीन बानो सयानी हो गई है और उन्हें उसकी शादी की फिक्र हो रही है. पैसा उनके पास है नहीं.
इस पर अशोक सारस्वत ने कहा कि वे चिंता न करें. वे मंदिर समिति की ओर से फरीन की शादी करवाएंगे. मंदिर समिति के अध्यक्ष के पुख्ता आश्वासन पर मुन्ना अली ने अलीगढ़ के जीवनगढ़ निवासी दानिश से अपनी बेटी का रिश्ता तय कर दिया. दानिश नोएडा में इलेक्ट्रिक की दुकान पर काम करता है.
इधर अध्यक्ष सारस्वत ने मंदिर समिति की बैठक बुलाकर शादी की तैयारियों पर चर्चा की और सदस्यों के साथ प्रबंध में जुट गए.
तय कार्यक्रम के अुनसार जुम्मा के रोज 5मार्च को अलीगढ़ से बारात आई, जिसे मोहल्ले की ही एक धर्मशाला में ठहराया गया.
मांसाहार का भी इंतजाम
मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने पूरी व्यवस्था संभाली और बारातियों का जमकर स्वागत सत्कार किया. खास बात यह रही कि मंदिर समिति के कई पदाधिकारी खुद शाकाहारी हैं. फिर भी उन्होंने बारातियों के लिए शाकाहार के साथ मांसाहार का भी इंतजाम करवाया, जिसमें जर्दा और चिकन शामिल था.
निकाह के बाद फरीन को मंदिर समिति की ओर से अच्छे उपहार भी दिए गए, जिनमें सोने का हार, कानों के कुंडल, चांदी की पायल, एलईडी, पलंग, सोफा सैट और गृहस्थी का अन्य आवश्यक सामान सम्मिलित था.
शादी में अशोक सारस्वत, एनपी सक्सेना, विनोद गुप्ता, आरपी शर्मा, राघवेन्द्र सारस्वत, राजकुमार गुप्ता, जमीर खान, सलीम खान एडवोकेट, पंकज बंसल, अखिलेश, सुनील कुमार जैन, कन्हैया सर्राफ, विकास जैन, अनंत अग्रवाल, राजू उपाध्याय, ललित श्रीवास्तव, अनिल जैन, सुरेंद्र यादव, अंजनी शर्मा, पवन कपूर आदि ने यथायोग्य सहयोग किया.
हर ओर चर्चा
सामाजिक ताने-बाने के सौंदर्य को दर्शाने वाली घटना की आस-पास के इलाके में जबरदस्त चर्चा है, जिसमें मजहब से ऊपर उठकर इंसानों ने इंसानों की पीड़ा समझी और ऐसी नजीर कायम की, जिसमें इंसान की दिली खूबसूरती नुमाया होती है.
गांव की बेटी, हमारी बेटी
मंदिर समिति के अध्यक्ष अशोक सारस्वत ने आवाज-द वॉयस से कहा, “बेटियां सबकी सांझी होती हैं. गांव की बेटी, हमारी बेटी है. ” उन्होंने बताया कि वे मुन्ना अली को वर्षों से जानते हैं. बहुत नेक आदमी हैं. किंतु माली हालत ठीक न होने के कारण वे बेटी की शादी नहीं कर पा रहे थे. उन्होंने बताया कि मुन्ना अली की पहली बेटी की शादी में भी मंदिर समिति ने मदद की थी.
अशोक सारस्वत
सारस्वत ने बताया कि मंदिर समिति इसके अलावा भी सात गरीब कन्याओं की शादियों का आयोजन कर चुका है.
मुन्ना अली का कहना है कि वे मंदिर समिति और अशोक सारस्वत के दिल से शुक्रगुजार हैं, जिन्होंने जाति-धर्म से ऊपर उठकर बेटी की शादी करवाई.